स्वर्ण जयन्ती ज्ञानोदय क्लस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना

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प्रदेश के स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रारंभिक शिक्षा से लेकर महाविद्यालय स्तर तक की शिक्षा के विभिन्न गुणात्मक आयामों के सुधार के लिए हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने बजट 2020 -21 में अनेक योजनाओं को शुरू करने की घोषणा की। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए निम्न योजनाओं को प्रस्तावित किया गया :-

  1. स्वर्ण जयन्ती ज्ञानोदय क्लस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना : प्रारम्भिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए स्वर्ण जयन्ती ज्ञानोदय क्लस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना की शुरुआत की जायेगी। इस योजना के तहत 100 क्लस्टर स्कूलों में बच्चों /अध्यापकों के लिए आधुनिक सुविधाएँ प्रदान की जायेगी जिनमें बेहतर टॉयलेट ,बिजली और पंखों की व्यवस्था ,स्मार्ट कक्षा ,फर्नीचर ,पानी ,लाइब्रेरी ,खेल -कूद सुविधा शामिल है। इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती छात्रों के अनुपात से की जायेगी। इस योजना के लिए 15 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
  2. स्वर्ण जयन्ती उत्कृष्ट विद्यालय योजना (उत्कृष्ट ) : उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए स्वर्ण जयन्ती उत्कृष्ट विद्यालय योजना की शुरुआत की जायेगी। प्रथम चरण में इस योजना के अंतर्गत 68 स्कूल, जहाँ पर विद्यार्थियों की संख्या 500 या इससे अधिक है ,को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा। योजना के तहत स्कूलों का नवीकरण किया जाएगा, जिसमें फर्नीचर ,खेल-कूद सुविधाओं में सुधार ,जिम ,स्मार्ट क्लास तथा विज्ञान प्रयोगशालाओं ,बेहतर शौचालयों और पानी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। इन विद्यालयों में आवश्यक teacher Taught Ratio को सुनिश्चित किया जाएगा। इस योजना के लिए 30 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
  3. प्रदेश के 9 महाविद्यालयों को उत्कृष्ट महाविद्यालयों के रूप में जिम तथा अन्य सुविधाओं सहित स्थापित करेगी। इससे इन महाविद्यालयों में छात्रों को उन विभिन्न विषयों के चयन करने का अवसर मिलेगा जो अन्य महाविद्यालयों में उपलब्ध नहीं हैं। इनमें Teaching taught Ratio मानदंडों के अनुसार रखा जाएगा। इस योजना के लिए 9 करोड़ रूपये प्रस्तावित किया गया है।
  4. प्रदेश के स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए गणित में आवश्यक कौशल और निपुणता लाने के लिए 50 स्कूलों में गणित पयोगशालाएँ स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इनके माध्यम से गणित शिक्षा का सरलीकरण किया जाएगा तथा इसे रोचक बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा C.V. Raman Virtual Classroom Yojna आरम्भ की गई है। इस योजना के माध्यम से ऐसे महाविद्यालयों तथा विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाती है , जहाँ कठिन भौगोलिक परिस्थतियों के कारण शिक्षकों की कमी है। इस योजना की आरम्भिक सफलता के बाद 106 नए शैक्षणिक संस्थानों में वर्चुअल क्लासरूम स्थापित किए जाएंगे।
  5. B. Voc को प्रायोगिक स्तर पर राज्य के 12 महाविद्यालयों में शुरू किया गया है। इस बर्ष 2020 -21 से B. Voc डिग्री प्रोग्राम को 6 नए महाविद्यालयों में शुरू किये जाएंगे। वर्तमान में B Voc के 703 विद्यार्थी जो अंतिम बर्ष में पढ़ रहें हैं ,उनकी प्लेसमेंट की व्यवस्था की जायेगी।
  6. स्वर्ण जयन्ती सुपर 100 : मेधा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत प्रदेश के मेधावी छात्रों को व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश हेतु आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाता है। व्यावसायिक कोर्सों में प्रवेश के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा के दृष्टिगत एक नई योजना “स्वर्ण जयन्ती सुपर 100 ” को आरम्भ करने की घोषणा की गई। इस योजना के अंतर्गत 10 वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लेने वाले 100 विद्यार्थियों को व्यावसायिक संस्थानों में प्रवेश हेतु आवश्यक प्रशिक्षण के लिए 1 लाख रूपये प्रति विद्यार्धी अनुदान सहायता प्रदान की जायेगी।

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