Beth Begaar and Reet Social Practices in HP

Beth Begaar and Reet Social Practices in HP

Beth Begaar and Reet Social Practices in HP बेठ का क्या अर्थ है ? बेठ : निम्न जातियों से जबरदस्ती बिना मजदूरी दिए उच्च जातियों द्वारा सेवा प्राप्त करने की प्रथा बेठ कहलाती है। उच्च जाति के लोग निम्न जातियों के सेवकों की भाँति कार्य करवाते थे जिसमे सभी प्रकार के निम्न कार्य शामिल थे। …

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Traditional Dress of Himachal Pradesh | हिमाचल प्रदेश का पहनावा

Traditional Dress of Himachal Pradesh | हिमाचल प्रदेश का पहनावा

Traditional Dress of Himachal Pradesh | हिमाचल प्रदेश का पहनावा जिस प्रकार प्रदेश के निम्न, मध्य और ऊपरी भाग में भौगोलिक विभिन्नता पाई जाती है, वैसे ही वेष भूषा में भी पाई जाती है। इसके कारण भी भैगोलिक हैं क्योंकि निम्न क्षेत्र ज्यादा ठण्डे नहीं, मध्य क्षेत्र ठण्डे हैं और ऊपरी क्षेत्र अधिक ठण्डे हैं। …

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Fair And Festival of Lahaul Spiti | लाहौल स्पीति के मेले और त्यौहार

Fair And Festival of Lahaul Spiti | लाहौल स्पीति के मेले और त्यौहार

Fair And Festival of Lahaul Spiti | लाहौल स्पीति के मेले और त्यौहार संस्कार और उत्सव समाज की धार्मिक आस्थाओं और मान्यताओं के प्रतिबिम्ब होते हैं। समाज जिस धर्म को अपनाता है वह संस्कारों और उत्सवों द्वारा प्रदर्शित होता है। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक प्रकार के त्यौहार व उत्सव मनाए जाते हैं। …

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Fair And Festival of District Kinnaur | किन्नौर जिले के त्यौहार

Fair And Festival of District Kinnaur | किन्नौर जिले के त्यौहार

Fair And Festival of District Kinnaur | किन्नौर जिले के त्यौहार हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में अनेक प्रकार के मेले तथा त्यौहार मनाए जाते हैं। जिनकी अपनी एक अलग विशेषताएं। मेले और त्यौहार क्षेत्र की संस्कृति ,रीति-रिवाजोंऔर रहन सहन को दर्शाते हैं। किन्नौर जिला के कुछ महत्वपूर्ण मेले तथा त्यौहारों का वर्णन निम्न किया …

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Banjar Fair District Kullu Himachal Pradesh

Banjar Festival of District Kullu HP

Banjar Fair District Kullu Himachal Pradesh यह मेला ज्येष्ठ संक्रान्ति के तीसरे दिन मनाया जाता है। इसमें श्रृंगी ऋषि तथा इसी क्षेत्र के अन्य देवता सम्मिलित होते हैं। यह भीतरी सिराज का सबसे बड़ा मेला है जो तीन दिन तक मनाया जाता है। श्रृंगी ऋषि का मन्दिर ‘बागी गांव’ में है परन्तु मूल आश्रम संकीर्ण …

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Bhunda Festival of Nirmand District Kullu

Bhunda Festival of Nirmand District Kullu

Bhunda Festival of Nirmand District Kullu भारत में पहले नर बलि की प्रथा थी। भूण्डा भी नर बलि का त्यौहार है। कुल्लू जिला में इसे ‘बला’ (भीतरी सिराज) तथा निरमण्ड (बाहरी सिराज) में प्रमुख रूप से मनाया जाता रहा है। ‘बला’ जहां मार्कण्डेय ऋषि और बाला सुन्दरी के मंदिर हैं, में भूण्डा उत्सव मनाना बंद …

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बूढ़ी दिवाली | निरमण्ड की बूढ़ी दिवाली : जिला कुल्लू

Nirmand Ki Budhi Diwali District Kullu

बूढ़ी दिवाली | निरमण्ड की बूढ़ी दिवाली : जिला कुल्लू यह दिवाली प्राचीन काल से कुल्लू क्षेत्र में मनायी जाती है। इस दीवाली का दीपावली से कोई संबंध नहीं है। यह दीपावली से ठीक एक मास बाद मार्गशीर्ष की अमावस्या को मनाई जाती है। रात्रि को भिन्न-भिन्न दिशाओं से मशालों के साथ लोग आते हैं। …

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नगर गनेड़ उत्सव – जिला कुल्लू (हि.प्र.)

Naggar Ganed Utsav District Kullu

नगर गनेड़ उत्सव – जिला कुल्लू (हि.प्र.) यह उत्सव पौश मास के अमावस्या के चार दिन पश्चात होता है। एक व्यक्ति जिसे जठियाली कहते हैं, के सिर पर पुराने समय से रखे हुये भेड़ के सींग लगाते हैं। उसे मूसल पर बैठा कर कन्धे पर उठाते हैं और गांव का चक्कर लगाते हैं। उसे भांग …

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पीपल जातर (Peepal Jaatar) ढालपुर-जिला कुल्लू

Peepal Jaatar Dhalpur District Kullu

पीपल जातर (Peepal Jaatar) ढालपुर-जिला कुल्लू यह मेला अप्रैल मास के अन्तिम दिनों में ढालपुर के मैदान में मनाया जाता है। यहाँ पर एक पीपल और चबूतरा होता था। चबूतरे पर कुल्लू राजा अपने दरबारियों के साथ मेला देखता था और पीपल के सामने नाटी होती थी। उस पीपल के नाम से मेला”पीपल जातर” कहलाया। …

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Kahika Fair (Mela) of District Kullu HP

Kahika fair of district kullu hp

Kahika Fair (Mela) of District Kullu HP काहिका कुल्लू में मनाया जाने वाला विशेष मेला है। इसे प्रायश्चित यज्ञ भी कहा जाता है। इस मेला में नौड़ की विशेष भूमिका होती है जो मेला में पहले मरता है फिर देव कृपा से पुनः जीवित हो जाता है। यह मेला कहीं तीसरे, कहीं पांचवें तथा कहीं …

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