Himachal Pradesh Weekly Current Affairs May (3rd Week)

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“नमस्ते भारत अभियान”

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने कोविड-19 महामारी से वचाव के लिए “नमस्ते भारत अभियान ” की शुरुआत की गई। शिक्षा बोर्ड विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी बनाये रखने के लिए जागरूक करेगा। विद्यार्थियों को ‘नमस्ते भारत अभियान ‘ के माध्यम से शारीरिक दूरी बनाये रखने के लिए जागरूक किया जाएगा।
इस संदर्भ में दो पोस्टर भी जारी किए गए। जिसके एक पोस्टर में फोटो के माध्यम से तथा दूसरे पोस्टर में कोरोना के लक्षण एवं उसके वचाव के तरीकों को दर्शाया गया है। जिसका शिक्षा मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज द्वारा स्वागत किया गया तथा इस अभियान को चलाने के लिए शिक्षा बोर्ड की प्रशंसा की।

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि कोविड-19 के चलते शारीरिक दुरी बनाये रखना बहुत आवश्यक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भी इस बारे में दिशा निर्देश जारी किये गए है कि कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए किसी से हैंड शेक न करे। दरअसल ‘नमस्ते ‘ शब्द संस्कृत शब्द के “नमस “ से निकला है जिसका मतलब होता है ”मेरा सिर आपके सामने झुक गया” प्राचीन समय से ही नमस्ते का प्रचलन हमारे बीच रहा है।
नमस्ते करने से आप उन संक्रामक बीमारियों से बचे रहते हैं। जो सीधे संपर्क में आने से फैलती है। नमस्ते करके हम अपने इष्ट ,माता-पिता ,बड़े -बुजुर्गों या गुरुजनों को प्रणाम करते हुए आदर व्यक्त करते हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फैलता है। हाथ मिलाने से कई अन्य संक्रमण फैलने का खतरा भी रहता है। वहीं नमस्ते करने से दो लोगों के बीच काफी दुरी होती है और इससे संक्रमण का खतरा बिलकुल नहीं होता। इसलिए हाथ मिलाने से बेहतर है नमस्ते करना।

“एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना”

“एक राष्ट्र एक राशन कार्ड” के तहत किसी भी क्षेत्र के नागरिक राशन कार्ड के माध्यम से देश के किसी भी कोने में उचित मूल्य की दूकान से राशन ले सकेंगे। इस सुविधा को राशन कार्ड की राष्ट्रिय पोर्टेब्लिटी योजना के माध्यम से प्राप्त किया जा सकेगा। इस सुविधा से पुरे देश में लगभग 67 करोड़ लोगों के साथ साथ हिमाचल प्रदेश में भी लाखों लोग लाभान्वित होंगे।
श्री जय ठाकुर ने कहा की प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने प्रत्येक प्रवासी मजदूर को बिना राशन कार्ड के भी 5 किलोग्राम गेहूं या चावल तथा एक किलोग्राम दाल उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।

प्रदेश में स्थापित होंगे वरिष्ठ नागरिक सुविधा केंद्र

प्रदेश के शिमला ,धर्मशाला ,मंडी और हमीरपुर में वरिष्ठ नागरिक सुविधा केंद्र की स्थापना की जायेगी ,जिसमे असिस्टिड लिविंग ,कुशल नर्सिंग देखभाल और आयुर्वेदिक केंद्र की सुविधा होगी। यहां एक कौशल हस्तांतरण केंद्र भी होगा ,जहां वरिष्ठ नागरिक युवाओं को कौशल प्रदान करेंगे

चम्बा में आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जायगी

जिला आयुर्वेद ,चम्बा में होम्योपैथी ,नेचुरोपैथी एवं भारतीय चिकित्सा पद्धतियों पर आधारित आयुष विश्विद्यालय की स्थापना की जायेगी तथा योग को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। स्वास्थ्य रिजॉर्ट ,योग ,पंचकर्मा ,एवं आयुर्वेद केंद्रों के विकास द्वारा चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।

‘‘ढींगरी मशरूम’’

स्पीति घाटी के लोग अब ‘‘ढींगरी मशरूम’’ का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को सुधार रहे हैं। स्पीति घाटी में ‘‘ढींगरी मशरूम’’ मशरूम का भारी मात्रा में उत्पादन हो रहा है। जिसे वे काजा के स्थानीय होटलों में बेचकर अपनी आय में बृद्धि कर रहे हैं।

ढींगरी मशरूम का वानस्पतिक नाम ‘प्लुरोटस ओस्ट्रीटस’ है। इसमें उचित मात्रा में विटामिन सी और बी काॅम्प्लेक्स पाई जाती है। इसमें प्रोटीन की मात्रा 1.6 से लेकर 2.5 प्रतिशत तक है। इसमें मानव शरीर के लिए जरूरी खनिज लवण जैसे पोटेशियम, सोडियम, फास्फोरस, लोहा और कैल्शियम भी पाए जाते है। एंटीबायोटिक के गुण होने के साथ यह मशरूम कोलेस्ट्रोल को भी नियंत्रित करता है और शुगर के मरीजों के लिए भी उपयुक्त ह

मुख्यमंत्री एक बीघा योजना

21 मई ,2020 को मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने शिमला से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में अभिनव और महत्वाकांक्षी योजना ‘‘मुख्यमंत्री एक बीघा योजना’’ का शुभारम्भ किया। इस योजना में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की परिकल्पना की गई है। इस योजना के तहत एक महिला या उसका परिवार जिनके पास एक बीघा (या 0.4 हेक्टेयर) तक की भूमि है, वह सब्जियों और फलों को उगाने के लिए बैकयार्ड किचन गार्डन तैयार कर सकते हैं। इस योजना में 5,000 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लगभग 1.50 लाख महिलाएं शामिल होंगी। महिलाओं के कौशल को बढ़ाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा पहाड़ी भूमि को समतल करने, पानी को चैनेलाइज करने, वर्मी कम्पोस्ट पिट स्थापित करने और पौधे और बीज खरीदने के लिए अनुदान दिया जाएगा।
इस योजना के तहत पात्र महिलाएं 40,000 रूपये का अनुदान पाने की हकदार होंगी और कंकरीट वर्मी कम्पोस्ट पिट बनाने के लिए 10,000 रुपये अनुदान दिया जाएगा।

Himachal Pradesh Weekly Current Affairs May (3rd Week)

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