हिमाचल प्रदेश का प्रागैतिहासिक और वैदिक काल का इतिहास
हिमाचल प्रदेश का प्रागैतिहासिक और वैदिक काल का इतिहास इसे भी पढ़ें : हिमाचल प्रदेश का इतिहास
हिमाचल प्रदेश का प्रागैतिहासिक और वैदिक काल का इतिहास इसे भी पढ़ें : हिमाचल प्रदेश का इतिहास
Baghal Riyasat ka Bhumi Andolan – HP (बाघल रियासत में भूमि आंदोलन) बाघल रियासत में भूमि आंदोलन : 1897 ई. में बाघल रियासत के राजा ध्यान सिंह के समय में अत्यधिक भूमि -लगान के विरोध में 1897 ई. से लेकर 1902 ई. तक लोगों ने आंदोलन चलाया। भूमि लगान में भारी वृद्धि ,चरागाहों की कमी …
बिलासपुर का झुग्गा आंदोलन – (हि.प्र.) – बिलासपुर रियासत में 1883 ई. से 1888 ई. तक राजा अमर चंद का शासन रहा। राजा अमरचन्द कुशल शासक नहीं था। इसी काल में राज्य के प्रशासन द्वारा मनमाने ढंग से भूमि लगान और काश्तकारी की अवधि में परिवर्तन किया गया। राज्य में बेगार प्रथा लागू थी। राजा …
Bushahr Riyasat ka Dumh Aandolan (बुशैहर रियासत का दुम्ह आंदोलन) बुशैहर रियासत का दुम्ह आंदोलन: दूम्ह आन्दोलन में जब कभी राजा कोई ऐसा काम करता या भूमि कर लगाता था, जिसको लोग अनुचित और अन्याय पूर्ण समझते थे तो वे अपना रोष व विरोध प्रदर्शित करने के लिये गांव को छोड़कर पास के जंगल में …
पझौता किसान आंदोलन – सिरमौर (हि.प्र.) पझौता किसान आंदोलन : 1942-43 ई. में सिरमौर के ऊपरी क्षेत्र पझौता के लोगों ने अपनी शिकायतों को लेकर एक किसान आंदोलन चलाया। इस आंदोलन के पीछे विभिन्न कारण रहे। इस समय दूसरा विश्वयुद्ध (1939-45) जोरों पर था। उधर बंगाल में अकाल पड़ा हुआ था। अन्न की कमी अनुभव …
त्रिगर्त : हिमाचल प्रदेश का प्राचीन जनपद त्रिगर्त देश को पाणिनी ने आयुधजीवी संघ कहा है जिसका अर्थ होता है युद्ध के सहारे जीने वाले संघ । रावी ,व्यास और सतलुज इन तीन नदियों के बीच का प्रदेश त्रिगर्त कहलाता है। इसका पुराना नाम जालन्धरायण भी था ,जिसका राजन्यादिगण में उल्लेख हुआ है। वृहत्सहिंता तथा …
Dhami Goli Kand : Himachal Pradesh | धामी गोली कांड धामी गोली कांड की पृष्ठभूमि : रियासत (धामी) के लोगों ने अपनी रियासत में सुधार लाने के उद्देश्य से 1937 ई. में एक “प्रेम प्रचारिणी सभा” गठन किया । बाबा नारायण दास को इसका अध्यक्ष और पं. सीता राम को मंत्री बनाया गया। इसी दौरान …
Kulind Janpad HP | कुलिंद -हिमाचल का प्राचीन जनपद – कुलिंद हिमाचल के चार प्राचीन जनपदों में से एक हैं। कुलिंद जनपद का क्षेत्र व्यास नदी के ऊपरी भाग से लेकर यमुना नदी के पर्वतीय क्षेत्र तक था। हिमालय की निचली पर्वत श्रेणियां तथा शिवालिक की पहाड़ियां कुलिंद जनपद के भाग थे। अलेग्जेंडर कनिंघम के …
History of Himachal Pradesh – VImportant Questions for HPAS, NT, HPS Allied Services व्याख्या:- 1805-06 ईस्बी के करीब महल मोरिया में गोरखा आक्रमण के दौरान महाराजा संसार चंद को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। इस हार से महाराजा अपनी जान बचाने के लिए परिवार सहित कांगड़ा किले में पनाह लेकर बैठ गया। लेकिन …
History of Himachal Pradesh – lVImportant Questions for HPAS, NT, HP Allied Services व्याख्या:- ठाकुर कान्ह सिंह द्वारा लिखित पुस्तक “तारिख-ए-राजपूताना मुल्क-ए-पंजाब” का संबंध हिमाचल की बिलासपुर रियासत से है। इसमें 697 ईसवी से लेकर से लेकर वर्तमान समय तक बिलासपुर की स्थापना और राजाओं का कालक्रम बताया गया है। इसमें बताया गया है कि …