Important Questions for HPS Allied Services Mains (GS Paper-1) – XIII
- क्या आपको लगता है कि राज्य की सतत पर्यटन नीति 2013 राज्य में पर्यटन विकास के सभी पहलुओं को ध्यान में रखती है। आलोचनात्मक विश्लेषण करें।
Do you think that sustainable Tourism Policy of state 2013 takes into consideration all the aspects of tourism development in the state. Critically analyse. ( 8 marks, 120 words)
उतर:- सतत पर्यटन नीति 2013 राज्य में पर्यटन विकास के सभी आयामों आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण को ध्यान में रखती है।
नीति में पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तरीय ब्रांड के तौर पर स्थापित करने की बात की गई है। इसके साथ-साथ सामाजिक आयामों को भी इसमें शामिल किया गया है जैसे सामुदायिक भागीदारी पर जोर दिया गया है। सांस्कृतिक आयामों को भी शामिल किया गया है इसके अंतर्गत होम स्टे योजना शुरू की गई है ताकी पर्यटक यहां के स्थानीय संस्कृति को समझे व इसका आनंद उठा सकें।पर्यटकों की विशेष सुविधाओं के लिए राज्य में टैक्सी चालकों को भी प्रशिक्षण दिए जाने की बात इसमें की गई है। इसके अंतर्गत पर्यटन को राज्य में एक योजनाबद्ध तरीके से विकसित करने पर जोर दिया गया है।
लेकिन फिर भी कुछ जरूरी पहलू जिन पर ध्यान नहीं दिया गया है, जैसे, इसमें पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की बात की गई है लेकिन पिछले कुछ सालों में यह पाया गया है कि पर्यटन गतिविधियों से ही राज्य में वनावरण में कमी देखी गई है। इसमें निजी क्षेत्र के निवेश की बात की गई है लेकिन इस दिशा में भी अभी तक सरकार के सार्थक प्रयास देखने को नहीं मिले हैं। एक तरफ सरकार जहां इस नीति के माध्यम से सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ाना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ पर्यटकों के मार्गदर्शन के लिए स्थानीय लोगों के प्रशिक्षण व जागरूकता के पहलुओं को नीति में शामिल नहीं किया गया है। पर्यटकों के आगमन से राज्य में ट्रैफिक जाम की समस्या, मादक द्रव्यों के प्रचलन में वृद्धि व कीमतों में भी अनियंत्रित वृद्धि हुई है। इस संबंध में भी नीति में कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए यह जरूरी है कि सभी विभागों को पर्यटन से जोड़ा जाए इससे ढांचागत सुविधाओं के विकास में तेजी आएगी व राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
- हिमाचल प्रदेश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों व उनके रोजगार और आय सृजन के महत्व पर चर्चा करें।
Discuss major religious tourist destination of Himachal Pradesh and their importance in employment and income generation. ( 8 marks, 120 words)
उतर:- हिमाचल प्रदेश में हिंदू मंदिर, बौद्ध मठ, ईसाइयों के गिरजाघर व सिखों के गुरुद्वारे होने से यहां पर धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
राज्य में ब्रजेश्वरी मंदिर, बैजनाथ मंदिर, ज्वालामुखी मंदिर, मां चामुंडा देवी मंदिर, मां नैना देवी मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, बाबा बालक नाथ मंदिर, जाखू संकटमोचन मंदिर, शिकारी देवी मंदिर एवं मणिमहेश तथा श्रीखंड महादेव आदि हिंदू धार्मिक स्थल हिमाचल में हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को पर्यटक के रूप में आकर्षित करते हैं।
राज्य में बहुत से बौद्ध मठ भी पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र है।धर्मशाला, रिवालसर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में बौद्ध मठों को देखने के लिए बौद्ध धर्म के अनुयाई बड़ी संख्या में आते हैं।
राज्य में रिवालसर, मणिकरण और पौंटा साहिब में सिख गुरुद्वारों में हर वर्ष सिख पर्यटक आते हैं।
इसके अलावा राज्य में शिमला, कसौली एवं पालमपुर एवं डलहौजी में अंग्रेजों द्वारा बनाए गए गिरजाघर हैं। इन्हें देखने के लिए हर वर्ष विदेशी पर्यटक भी आते हैं।
इन सब धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की इतनी बड़ी संख्या में आगमन से यहां पर्यटकों के लिए रहने, खाने और मंदिर में चढ़ावा चढ़ाने की सामग्री की बड़े स्तर पर मांग बढ़ती है। जिससे बड़े स्तर पर स्थानीय लोगों को अपनी दुकानें लगाने का मौका मिलता है और उनकी आय एवं रोजगार के साधनों में वृद्धि होती है। दूसरा इन स्थानों में कई मेलों का भी आयोजन होता है और मेलों के दौरान बहुत से पर्यटक यहां आते हैं इससे भी लोगों को रोजगार व अच्छी आय प्राप्त होती है। इससे राज्य में होटल
एवं टैक्सी व्यवसाय में भी रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होते हैं। लेकिन इसके कुछ नकारात्मक पक्ष भी है अधिक भीड़ होने से हिंसा,चोरी एवं अन्य हादसों के साथ-साथ अव्यवस्था फैलने का खतरा बना रहता है। इसके पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव देखे जा सकते हैं।
अतः इन स्थलों के बहु आयामी विकास के लिए इन सभी पहलुओं को केंद्र में रखना आवश्यक है।
- राज्य में पर्यटन के सांस्कृतिक निहितार्थ क्या हैं? चर्चा करें।
What are the cultural implications of tourism in the state? Discuss. ( 8 marks, 120 words)
उतर:- राज्य में पर्यटन के सांस्कृतिक निहितार्थ का अर्थ यहां पर आने वाले पर्यटकों से यहां के लोगों के सांस्कृतिक जीवन में आने वाले बदलाव से है। बदलाव सकारात्मक व नकारात्मक दोनों हो सकते हैं।
पर्यटन के संस्कृति पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव:-
1.देश के अन्य राज्यों एवं विदेशों से आने वाले पर्यटकों से हमे अनेक सांस्कृतिक पक्षों को समझने व इसे अपनाने का अवसर प्राप्त होता है।
2.इससे राज्य में भाषा, रहन-सहन, खान-पान एवं सामान्य जीवन से जुड़े कई अन्य पहलुओं में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं।
3.इससे शिक्षा, जागरूकता, वह अन्य कई बौद्धिक आयामों में बदलाव देखने को मिलता है।
पर्यटन के संस्कृति पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव:-
1.इससे मादक द्रव्यों के सेवन का प्रचलन राज्य में बढ़ा है व यह एक फैशन की तरह बन गया है।
2.अधिक पैसा कमाने के लिए पर्यटन क्षेत्रों में लोगों में बेईमानी और स्वार्थ की भावना बढ़ती जा रही है।
3.इससे राज्य में पश्चिमीकरण को बढ़ावा मिल रहा है व पुरातन परंपराएं समाप्त हो रही हैं।
किसी भी क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव बहुत जरूरी है अगर बात संस्कृति की हो तो यह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। इसलिए पश्चिमीकरण के साथ साथ हमें अपनी संस्कृति के महत्व को भी समझना होगा।
- इको-टूरिज्म से आप क्या समझते हैं? राज्य के सतत विकास में इसकी क्या भूमिका हो सकती है? व्याख्या करें।
What do you understand by Eco-tourism? What role can it play in sustainable development of the state? Explain. ( 8 marks, 120 words)
उतर:- इको-टूरिज्म एक बहु आयामी अवधारणा है। इसमें पर्यटन गतिविधियों के विकास के लिए पर्यावरणीय, समाजिक, आर्थिक व धारणीय विकास की जरूरतों के सभी पहलुओं को शामिल किया जाता है। इसमें पर्यटन को इस तरह से विकसित करने का प्रयास किया जाता है ताकि पर्यावरण पर आधारित विशेष वन क्षेत्रों को चिन्हित कर स्थानीय लोगों को रोजगार व उनकी संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
राज्य के सतत विकास में इसकी भूमिका:-
1.हिमाचल पर्यावरणीय दृष्टि से एक संवेदनशील राज्य है और पर्यटन राज्य की आय का एक प्रमुख स्रोत है ऐसे में इको-टूरिज्म ही राज्य के धारणीय विकास में मददगार साबित हो सकता है।
2.कुछ ही क्षेत्रों में पर्यटन के संकेंद्रण से ट्रैफिक जाम, अनियंत्रित निर्माण कार्य, अपशिष्ट निपटान की समस्या और प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। लेकिन इको टूरिज्म निमंतमं पर्यावरणीय नुकसान के साथ पर्यटन को हिमाचल के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तारित करने पर जोर देता है।
3.हिमाचल में पर्यटन की अनियंत्रित व अनियोजित वृद्धि यहां के पारिस्थितिक तंत्र और जैव-विविधता पर नकारात्मक प्रभाव डालती है लेकिन इको टूरिज्म इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए धारणीय विकास पर बल देता है।
4.किसी भी क्षेत्र के धारणीय विकास में वहां के लोगों की अहम भूमिका होती है और इको-टूरिज्म के माध्यम से सरकार ने पर्यटन गतिविधियों में सामुदायिक पर्यावरण संरक्षण के साथ-2 उनके रोजगार को भी सुनिश्चित करने पर जोर दिया है।
- राज्य में पर्यटन उद्योग की पर्यावरण संबंधी चिंताएँ क्या हैं? उनका कैसे समाधान किया जा सकता है? चर्चा करें।
What are the environmental concerns of tourism industry in the state? How can they be addressed? Discuss. ( 8 marks, 120 words)
उतर:-राज्य में सभी तरह के प्राकृतिक, साहसिक, धार्मिक, वन्यजीव और स्वास्थ्य पर आधारित पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य के कुल सकल राज्य घरेलू उत्पाद में पर्यटन का 6.6% योगदान है और यह राज्य में एक बड़ा रोजगार प्रदाता भी है। लेकिन राज्य में कुछ पर्यावरण आधारित चिंताएं भी शामिल है:-
1.हिमाचल में पर्यटन की अनियंत्रित व अनियोजित वृद्धि यहां के पारिस्थितिक तंत्र और जैव-विविधता पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
2.कुछ ही क्षेत्रों में पर्यटन के संकेंद्रण से ट्रैफिक जाम, अनियंत्रित निर्माण कार्य, अपशिष्ट निपटान की समस्या और प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है।
3.भूमि, जल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से जलवायु परिवर्तन और आपदा आने का खतरा बढ़ रहा है।
4.बढ़ते पर्यटन से राज्य में निर्माण कार्यो व मादक द्रव्यों की मांग में वृद्धि हो रही है जिससे वन भूमि पर अफीम और भांग की खेती वह नदियों में रेत माफिया बढ़ रहा है।
इसका समाधान किया जा सकता है:-
1.किसी एक क्षेत्र विशेष में पर्यटकों के संकेंद्रण को रोका जाना चाहिए।
2.नए क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से चिन्हित किया जाना चाहिए वह योजनाबद्ध तरीके विकास किया जाना चाहिए।
3.अनाधिकृत निर्माण कार्यों पर रोक लगनी चाहिए व राज्य में पर्यटन क्षेत्रों में कानून व व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जाना चाहिए।
पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए लोगों में जागरूकता, कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करना, वह नई नीतियों को लागू किया जाना अति आवश्यक है।राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नईं ‘इको टूरिज्म नीति 2017’ एवं नए पर्यटन क्षेत्रों के विकास के लिए चलाई गई योजना ‘नई राहें एवं नई मंजिलें’ सही दिशा में लिए गए कदम है।
Important Questions for HPS Allied Services Mains (GS Paper-1) – XIII
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