Amrita Shergill – Famous Painter – Himachal Pradeh
अमृता शेरगिल
जन्म : 30 जनवरी 1913 ई. रविवार प्रात: लगभग 11 :30 बजे
जन्म स्थान : बुडापेस्ट (हंगरी )
पिता का नाम : उमराओ सिंह मजीठिया (एक सिक्ख कुलीन पुरुष थे )
माता का नाम : मेरी एंटोनी गोट्समन
दादा : अतर सिंह (मजीठिया वंश के संस्थापक ) मजीठिया अमृतसर के निकट एक गांव है। उन्हें महाराजा रणजीत सिंह द्वारा अपने अधीन क्षेत्र का मुखिया नियुक्त किया गया था।
- 4 फरवरी ,1912 को उमराओ सिंह ने सिक्ख रीति के अनुसार मेरी एंटोनी से लाहौर में शादी कर ली। लाहौर में शादी के बाद वे यूरोप गए और 1912 ई. के अंत में बुडापेस्ट पहुंचे। वहाँ पर अमृता का जन्म हुआ। वह काले रेशमी वालों वाली एक सुदंर बालिका थी।
- शेरगिल परिवार ने ‘डुनाहरसजटी ‘ के एक बहुत बड़े घर में चार साल गुजारे। अमृता के लिए, अपनी बहन इंदिरा और उनका चचेरा भाई विक्टर जो अधिक समय उनके साथ व्यतीत करता था।
- वे दस वर्ष तक हंगरी में रहे। 2 जनवरी , 1921 को बुडापेस्ट छोड़ा और 2 सप्ताह पैरिस में गुजारे। वे 1921 में बम्बई पहुंचे।
- 1924 ई. में अमृता और इंदिरा फ्लोरैंस गए , जहाँ अमृता ‘सन्ता ए न्सिएंट के स्कूल में दाखिल हो गई जो रोमन कैथोलिक द्वारा चलाया जाता था। छ महीने बाद भारत वापिस आने पर अमृता ने शिमला में जीसिस एण्ड मैरी कान्वेंट में प्रवेश लिया। इस समय की बात है कि उसने अपने पिता को बताया कि वह एक नास्तिक थी और ईश्वर या धर्म में विश्वास नहीं रखती। बाद में उसे उचित रीति से स्कूल से निकाल दिया। इस प्रकार अमृता की औपचारिक स्कूली पढ़ाई का अंत हुआ।
- 1929 ई तक अमृता अपना अधिक समय शिमला के समरहिल और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिला में जंगली जानवर से घिरे एक छोटे से गांव ‘सराया ‘ में अपने माता पिता के साथ गुजारती थी।
- कलाकार के रूप में उसके जीवन में 1927 ई. का वर्ष एक महत्वपूर्ण वर्ष था। उसके चाचा एरविन बैकले ,ने उसकी प्रतिभा को जाना और उसे सुझाव दिया कि वह जीवित प्रतिदर्शी के चित्र खींचे , यह अभ्यास जो उसने जीवन भर अनुसरण करना जारी रखा।
- 1929 ई.शेरगिल का परिवार पेरिस पहुंचे। उस समय वह 16 साल की हो चुकी थी। वहाँ उसने अल्फ्रेड कॉर्पेट स्कूल में पियानो बजाना और संगीत सीखा।
- अमृता ने ‘Ecote National Des Beaux Arts ‘ में लगभग 3 वर्ष काम किया और प्रतिवर्ष जब वहां थी उसने जीवित व्यक्ति के चित्र बनाने और अचल जीवन चित्र बनाने में प्रथम पुरस्कार जीता।
- 1933 ई. में उसे ग्रैंड सैलेन में एक एसोसिएट बना दिया गया। 1934 ई. में अमृता और उसके माता-पिता ने सदा के लिए पैरिस छोड़ दिया और भारत पहुँच गए। इंदिरा पेरिस में रुकी रही।
- भारत में उसकी चित्रशैली को लेकर विषय , भाव व तकनीकी अभिव्यक्ति में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आया।
- 1930 ई. में उसने ‘अखिल भारतीय ललित कला सोसाइटी ‘ नई दिल्ली की पांचवी वार्षिक नुमाइश में दो इनाम जीते। स्वयं के चित्र के लिए ‘चीफ कमिशनर प्राइज ‘ और ‘लेडी एन. एन. सरकार ‘का स्वर्ण पदक जीता।
- 20 नवम्बर 1936 ई. को बम्बई में अमृता शेरगिल की प्रदर्शनी युकिल बंधुओं के साथ लगाई गई। 15 जनवरी, 1937 ई. को अपनी 46 वीं वार्षिक प्रदर्शनी लगाई।
- उसके चित्र ‘तीन लड़कियों का समूह ‘ ने सोसाइटी का स्वर्ण पदक जीता। 1936 ई. और 1937 ई. में उसकी प्रदर्शनी इलाहबाद में लगाई गई।
- 1937 ई. में वह दिल्ली में पहली बार पंडित जवाहर लाल नेहरू से मिली और 27 मार्च , 1937 को वापिस शिमला आ गई। उस वर्ष शिमला में सिसटा ( Siesta ) उसकी अन्तिम तस्वीर थी , जो उसने बनाई थी।
- 21 नवम्बर, 1937 को उसकी ‘ एकेली (वन मैन) ‘ की प्रदर्शनी लाहौर में लगाई गई। 1937 ई. में अमृता ने अखिल भारतीय ललित कला व शिल्प प्रदर्शनी ,दिल्ली में किसी महिला कलाकार द्वारा अपनी सर्वोत्तम कृति ‘View From Studio ‘ के लिए इनाम प्राप्त किया।
- अप्रैल ,1938 ई. में वह शिमला पहुंची और ‘Hill Scene ‘ चित्रित किया। इसी साल वह प्रसिद्ध लेखक मुल्क राज आनंद से पहली बार मिली।
अमृता शिरगिल की शादी
- 29 जून ,1938 ई. को वह अपने चचेरे भाई विक्टर से शादी करने के उद्देश्य से हंगरी रवाना हो गई। उन्होंने 16 जुलाई , 1938 ई. को शादी कर ली।
- जुलाई , 1939 ई. में बुडापेस्ट छोड़ कर शिमला पहुँचे।
अंतिम दिन - 1939 ई. में वे अपने स्थाई निवास लाहौर पहुँचे। वहाँ वह रुसी चित्रकार सैवीटोस्टव रोरिक से मिले।
मृत्यु
- 5 दिसंबर 1941 को उनकी मृत्यु हो गई। उसकी अंत्येष्ठि 7 दिसंबर, 1941 ई. को रावी नदी के किनारे सिक्ख धर्म रीति रिवाज के अनुसार हुई।
अमृता शेरगिल की प्रमुख कृतियां :
- 1931 -Torso , Black Nude, Alfred Corot (in Pastel), Judith,Sitting Nude
- 1932- Young Girl, , Self Portrait, Notre Dame,
- 1933 -Professional Model ,Reclining Nude
- 1934- View from Studio both in Paris,
- 1935 -Mother India , Man in White , Group of Three Girls , Hill Men , Hill Women.
- 1936 – Chile Wife
- 1937 – Women on Beach , Mother and Child (Sketch) ,Fruit Vendors Girl with Pitcher, Bride’s Toilet , Brahmacharis
- 1938 – Red Clay Elephant , Hill Scene
- 1940 – Ancient Story Teller , Elephant Promenade, Women on a Charpoy ,
- 1941 – Camels
Amrita Shergill – Famous Painter – Himachal Pradeh
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